और अब अचम्भित कर देने वाला तथ्य ! विज्ञान की सहायता से जहां हर छेत्र मैं प्रगति होई है वही विज्ञानिक जब सम्पूर्ण प्रगति का आकलन करते हैं तो उनका यह मानना है कि २० वर्ष मैं हमें प्रलय समाप्त कर देगी ! कारण विज्ञानिक ही बताते हैं कि इन सब छेत्र मैं प्रगत्ती करने हतु संसाधनों के उपयोग से पर्यावार्हन बुरी तरह से नष्ट हो गया है ! हो सकता है कि जीवन की गुणवत्ता की परिभाषा ही हमारी गलत रही हो ? शायद पर्यावरण के अनुकूल व्यवहार जो कि हिंदू संस्कृति के अनुसार और युगों मैं होता रहा था वही विकल्प हो?
Ramayan and Mahabharat is history of HUMANS & Shri Ram and Shri Krishna are AVATAR OF GOD. Pooja,Rituals, KARMA are 3 parts of Dharm.Karma or Physical performing part was DILUTED during 1000 years of invaders rule.Restore this to improve the condition of Hindu society. यह ब्लॉग वर्तमान हिंदू समाज को केंद्र बिंदु मान कर ही धार्मिक विषयों पर चर्चा करेगा| अभी तक लोग या तो किसी धार्मिक ग्रन्थ को, या किसी व्यक्ती विशेष/या गुरु को केंद्र बिंदु मान कर धार्मिक, या अन्य विषय पर चर्चा करते रहे हैं |
Thursday, December 8, 2011
सत्यम शिवम सुन्दरम से अपने जीवन को समझीये
और अब अचम्भित कर देने वाला तथ्य ! विज्ञान की सहायता से जहां हर छेत्र मैं प्रगति होई है वही विज्ञानिक जब सम्पूर्ण प्रगति का आकलन करते हैं तो उनका यह मानना है कि २० वर्ष मैं हमें प्रलय समाप्त कर देगी ! कारण विज्ञानिक ही बताते हैं कि इन सब छेत्र मैं प्रगत्ती करने हतु संसाधनों के उपयोग से पर्यावार्हन बुरी तरह से नष्ट हो गया है ! हो सकता है कि जीवन की गुणवत्ता की परिभाषा ही हमारी गलत रही हो ? शायद पर्यावरण के अनुकूल व्यवहार जो कि हिंदू संस्कृति के अनुसार और युगों मैं होता रहा था वही विकल्प हो?
ABOUT ME:
A Consulting Engineer, operating from Mumbai, involved in financial and project consultancy; also involved in revival of sick establishments.
ABOUT MY BLOG: One has to accept that Hindus, though, highly religious, are not getting desired result as a society. Female feticide, lack of education for girls, dowry deaths, suicides among farmers, increase in court cases among relatives, corruption, mistrust and discontent, are all physical parameters to measure the effectiveness or success/failure of RELIGION, in a society. And all this, despite the fact, that spending on religion, by Hindus, has increased drastically after the advent of multiple TV channels. There is serious problem of attitude of every individual which need to be corrected. Revival of Hindu religion, perhaps, is the only way forward.
I am writing how problems, faced by Indian people can be sorted out by revival of Hindu Religion.
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